Ticker

6/recent/ticker-posts

रमजानुल मुबारक की आखिरी जुमा(अलविदा) की नमाज के मौके पर मस्जिदों में भारी संख्या मे देखे गए बूढ़े बच्चे और जवान



@मो०.इमरान खान

सिकन्दरपुर, बलिया। शुक्रवार 31मई। नगर के सभी मस्जिदों में रमजानुल मुबारक की आखिरी जुमा(अलविदा) की नमाज पूरी एहतमाद के साथ अदा की गई। मौके पर सभी मस्जिदों में नमाजियों की काफी भीड़ देखी गई। 

बूढ़े बच्चे जवान भारी संख्या में मस्जिदों में देखे गए ।एक तरह अलविदा जुम्मा के नमाज को छोटी ईद भी कहा जाता है। आज के दिन लोग नए नए कपड़े भी पहनते हैं। और अपनें बच्चों को भी नए कपड़े पहनाते हैं। 
अलविदा जुम्मा के दिन एकतरफ रमज़ान के जाने का गम रहता है तो दूसरी तरफ ईद की खुशी मनानें का दिन भी नजदिक आता है उसकी खुशी रहती है।
लोग सुबह से ही नमाज की तैयारियों में लगे रहते हैं कोई नए कपड़े लेने के लिए बाजार में पहुंचता है तो कोई नई टोपी लेने के लिए।

इस  मौके पर जामा मस्जिदों में सुबह से ही साफ सफाई की जाती है। नमाज अलविदा का होने के कारण सफों की (पंक्तियों) संख्या बढ़ाई जाती है।क्यों कि आम दिनों में होने वाले जुमे की नमाज से ज्यादा भीड़ अलविदा जुम्मा को होती है। लोग अपनें परिवार के साथ ईद मनानें के लिए छुट्टियां लेकर घर आए रहते हैं जिसके कारण अलविदा जुम्मा के दिन नमाजियों की संख्या बढ़ जाती हैं।
नमाज के पहले मस्जिदों में इमामों ने नमाजियों को संबोधित करते हुए रमजान-उल-मुबारक महीने की फजीलत को विस्तार से बताते हुए कहा कि रमजान के बाकी बचे तीन या चार दिनों में पूरी कशरत के साथ अल्लाह की इबादत में लग जाएं। 
नमाज से पहले इमामों द्वारा खुतबा पढ़कर नमाजियों को सुनाया जाता है जिसमे अल्लाह और रसूल की बातों का जिक्र होता है। जिसको इमाम द्वारा पढ़कर सुनाना अति आवश्यक होता है। ईद के दिन ईदगाह पर भी नाज के बाद खुतबा पढ़कर नाजियों को सुनाया जाता है जिसका एक अलग सवाब नमाजियों को मिलता है।

इस वर्ष सिकन्दरपुर ने कुल 6 मस्जिदों में अलविदा की नमाज पढ़ाई गई उन मस्जिदों व उनके इमामों के नाम तथा समय इस प्रकार हैं।
(1) जामा मस्जिद बड्ढा बड़ा फाटक में 12:30 बजे सैय्यद मिन्हाज़ुद्दीन अजमली नें (2) शाही जामा मस्जिद बड्ढा में 12:45 बजे हाफिज हामिद ने (3) शाही जामा मस्जिद मोहल्ला मिल्की में 1:10 बजे कारी फिरोज ने (4)जामा मस्जिद मोहल्ला भिकपुरा में 1:30 बजे (5)  जामा मस्जिद रसीदिया मोहल्ला गन्धी में 1:45 बजे इमाम अख्तर ने (6) जामा मस्जिद कबीरन मिल्की मोहल्ला में 2:10 बजे हाफिज अलीनवाज ने पढ़ाया।

Post a Comment

0 Comments