@इमरान खान
होम्योपैथी के जन्मदाता डा.हैनीमैन के जन्मतिथि पर जयंती का आयोजन
सिकंदरपुर बलिया। होम्योपैथी के जनक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन की जयंती स्थानीय डिवाइन होम्यो क्लीनिक एवं रिसर्च सेंटर में गोष्ठी के रूप में मनाई गई। इस मौके पर संस्थान के एमडी डॉक्टर आर.पी. आर्य ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया ततपश्चात केक काटा ।डॉक्टर आर.पी. आर्य ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में हैनिमैन एक महान विभूति थे। जिन्होंने इस चिकित्सा पद्धति की खोज कर समूचे मानव जाति में एक अलग पहचान स्थापित किया।
,
डॉक्टर आर्य के अनुसार , होम्योपैथी एक अल्ट्रा मॉडर्न चिकित्सा पद्धति है, जिसकी खोज महात्मा हैनीमैन ने एलोपैथिक चिकित्सा की खामियों से तंग आकर मात्र 264 साल पहले किया था। जो कि आज विश्व की दूसरी सबसे तेज और बड़ी प्रयोग में लाई जाने वाली चिकित्सा पद्धति बन गई है।
कहा कि 10 अप्रैल 1755 को जर्मनी के एक सामान्य परिवार में जन्मे इस महामानव ने शायद यह नहीं सोचा होगा कि उनकी खोज होम्योपैथ समूचे विश्व में सबसे सस्ती, दुष्प्रभाव रहित एवं सर्व सुलभ चिकित्सा पद्धति साबित होगी। किंतु यह आज सच सिद्ध हो रहा है। यह चिकित्सा पद्धति मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रसर और सफल है। इस को बढ़ावा देना 1 weही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर नथुन प्रसाद, राम आशीष वर्मा, अंगद जी, सुरेंद्र प्रसाद, सुमन देवी, आर्यन आदि मौजूद रहे। संचालन संतोष कुमार ने किया।
0 Comments