सिकन्दरपुर,बलिया। 6 जनवरी। नगर के जलालीपुर चट्टी के समीप स्थित अवैध मैटरनिटी सेंटर में प्रसव कराते समय अत्यधिक रक्तस्राव के चलते जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई।सूचना पाकर मैटरनिटी सेंटर पर पहुंचे मृतिका के परिवार व गांव वालों ने जम कर हंगामा किया। उनका आरोप था कि सेंटर की संचालिका की लापरवाही के चलते जच्चा -बच्चा की मौत हुई है।उसी दौरान सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा करने वालों को समझा बुझा कर कार्रवाई का आश्वासन दे उन्हें शांत कराया दिया। पुलिस ने मैटरनिटी सेंटर की संचालिका के खिलाफ आवश्यक धाराओं के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दिया है।साथ ही दोनों के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।
थाना क्षेत्र के नरहनी तुर्कवालिया गांव निवासी मोहन वर्मा की पुत्री प्रियंका (24) की शादी पकड़ी थाना क्षेत्र के डेरारी गांव निवासी जय प्रकाश वर्मा के साथ हुई थी। प्रियंका गर्भवती थी और अपने मायके आई हुई थी।
रविवार को प्रसव पीड़ा होने पर प्रियंका को सिसोटार गांव निवासी आशा बहू की पुत्री द्वारा स्थानीय जलालीपुर चट्टी के समीप स्थित उक्त अवैध मैटरनिटी सेंटर में लाया गया।साथ में प्रियंका की माँ मानती देवी भी थीं। जहां डिलीवरी कराते समय बच्चा अंदर फंस गया। काफी प्रयास के बाद भी जब बच्चा नहीं निकल सका तो सेंटर की संचालिका की सलाह पर प्रियंका को उसकी माँ व आशा बहु की पुत्री बस स्टेशन चौराहा के समीप स्थित एक नर्सिंग होम में ले गए । इस दौरान काफी रक्तस्राव के चलते बच्चे की मौत और प्रियंका की हालत नाजुक हो गई। नर्सिंग होम पर उसकी संचालिका डॉक्टर की सलाह पर परिजन जच्चा- बच्चा को लेकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र सिकन्दरपुर ले गए।जहां जांच के बाद डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौत की जानकारी होते ही परिजन और गांव से आये सैकड़ों लोग उग्र हो गए । इसी बीच भीड़ में मौका देखकर आशा बहु की लड़की जो फर्जी आशा बहु बनकर आई थी किसी के साथ बाइक द्वारा फरार हो गई। गुस्साए परिजन व गांव वालों ने शव को लेकर जलालीपुर स्थित मैटरनिटी सेंटर पर पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिए।
सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शांत कराया मामला
इस दौरान सूचना मिलते ही आनन फानन पुलिस भी मैटरनिटी सेंटर पर पहुंच परिजनों को समझा बुझाकर शव को कब्जे में ले लिया। इस दौरान पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही सेंटर पर ताला डाल कर संचालिका फरार हो गई थी। लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते यह धंधा सिकन्दरपुर क्षेत्र में फल फूल रहा है समय रहते अगर इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो इसी तरह मौत की मौत होती रहेगी।
आशा बहू की जगह पर उसकी पुत्री गई थी लेकर प्रसूता को
इनसेट- अब सवाल ये उठता है कि क्या थोड़े से धन की लालच में ये आशा बहुवें किसी के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कैसे कर सकती हैं। यहां पर तो मामला और भी गम्भीर है आशा बहु खुद न जाकर अपनी बेटी को भेजती है और उसकी बेटी बजाए सरकारी अस्पताल लेजाने के अवैध मैटरनिटी सेंटर में प्रसव के लिए ले जाती हैं तथा ऐसी आशाओं पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं कि जाती । ये गोरख धंधा कब तक चलता रहेगा तथा कब तक प्रसूताओं की जान जाती रहेगी।
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