सिकन्दरपुर (बलिया) 14 नवम्बर बुधवार के सुबह लोक आस्था के महापर्व छठ के चौथे दिन नगर के अलग-अलग हिस्सों नदी, तालाबों, नहरों पर बने घाटों पर जाकर व्रतियों ने सूर्य देव को दूसरा अर्घ्य दिया और छठी मैया की पूजा करने के साथ यह पर्व संपन्न हो गया. आम से लेकर खास तक सभी ने छठ पर्व को पूरे उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया.
छठ पर्व के चौथे एवं अंतिम दिन तड़के ही उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए व्रती और उनके परिजन अपने घरों से पूजा सामग्रियों के साथ घाटों पर पहुंच गए तथा नहर ,तालाब,व पोखरों में कमर तक पानी में डूबे हुए और पूजा सामग्रियों से भरे सूप हाथों में लिए व्रतियों ने भगवान भास्कर को पूरी श्रद्धा के साथ दूसरा अर्घ्य परिक्रमा कर कर के दिया। कुछ तो ऐसे भी श्रद्धालु थे जो कल ही से डूबते सूरज को अर्घ्य देने के बाद से ही घाटों पर पूरी रात रूके रहे।
बुधवार की सुबह को सूर्य को आखिरी अर्घ्य देने के साथ ही व्रतियों ने व्रत का समापन किया। तथा प्रसाद भी ग्रहण किया आयोजकों द्वारा भी जगह जगह पर आने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए फ्री चाय के स्टाल लगाए गए थे और इसी के साथ ही व्रत और उपवास का चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व संपन्न हो गया। इस दौरान सिकंदरपुर के चप्पे-चप्पे पर प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
रिपोर्ट इमरान खान
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