(कालजयी हैं डा0 कलाम के विचार)
गोरखपुर, (उ.प्र.)-डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सद्भावना समिति के तत्वावधान में रविवार को संगोष्ठी का आयोजन किया। बक्शीपुर स्थित इण्डियन गेस्ट हाउस में डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के मौके पर वक्ताओं ने ‘आज के परिवेश में मिसाइलमैन डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की प्रासंगिता पर प्रकाश' डाला। वक्ताओं ने कहा डा0 कलाम के विचार और वह खुद कालजयी हैं। डा0 कलाम युगों-युगों तक सभी की स्मृतियों में अपने कृति व्यक्तित्व के जरिये विद्यमान रहेंगे।
बतौर मुख्य अतिथि पूर्व महापौर गोरखपुर डा0 सत्या पाण्डेय ने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए भावुक वक्तव्य दिया। एक गरीब परिवार में जन्में डा0 कलाम को महामानव करार दिया। माता-पिता के साथ देश के लिए उनका प्रेम और राष्ट्रीय भावना अतुलनीय रहा। युवाओं के लिए डा0 कलाम सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डा0 सुधाकर पाण्डेय ने कहा कि डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सच्चे अर्थों में राष्ट्रभक्त थे। अपने कर्म के जरिये उन्होंने भारत की पहचान और शक्ति से विश्व पटल पर पुन्रस्थापित किया। हम सभी के लिए वो सदैव मिसाल बने रहेंगे।
पूर्व पार्षद हाजी तहव्वर हुसैन एवं प्रखर विकास के सम्पादक विजय कुमार उपाध्याय ने कहा कि डा0 एपीजे अब्दुल कलाम ने पहले बोला नहीं, करके दिखाया। आज लोग करने से पहले बोल देते हैं और उसे पूरा करने की कोशिश तक नहीं करते। कथनी करनी में भेद खत्म कर डा0 कलाम के विचारो से प्रेरणा लेनी चाहिए। वह कालजयी हैं, विचार उनके सदैव प्रासंगिक रहेंगे।
इस अवसर पर अब्दुल्लाह, सैयद इरशाद अहदम, हाजी कलीम अहमद फरजंद, शकील अहमद अंसारी, संजय कुमार पहलवान, आदिल अमीन, अखिल देव त्रिपाठी, शमशाद आलम, जसपाल सिंह, सुधीर कुमार झा, सुभांगी भारत, शाहिन शेख, गौरव शर्मा, ई. मिन्नातुल्लाह ने भी डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम में अतिथियों को बैच लगाकर स्वागत किया गया, वही डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सद्भावना समिति की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया तथा डा0 एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित की गयी। कार्यक्रम के अंत में समिति के संस्थापक मुर्तजा हुसैन रहमानी, हरेन्द्र शाह, आफताब हाशमी एवं धर्मेन्द्र कुमार प्रजापति ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन फर्रूख जमाल ने किया।
इस अवसर पर जमील अहमद, वकील अहमद, सेराज अहमद कुरैशी, महफूजुर्रहमान, कमरूद्दीन अहमद कम्मू, मुहम्मद अनीस अहमद एडवोकेट, राजेन्द्र मिश्रा, फिरोज, मो0 आरिफ, मो0 शमीम, अमित गुप्ता, रेहान अहमद, सज्जाद अली रहमानी, आफताब अहमद, मु0 तकसीम, परवेश दूबे, वैभव सिंह राज, शफी अंसारी, प्रभाकार सिंह रितेश, सुमित रावत, शिवेन्द्र रवि, अलीयावर, नवनीत कुमार यादव, आशु खान, नरेन्द्र, आसिम युसूफ अली, शादात खान, वसीम अहमद, मिनहाज अली, शकील अहमद, नसीम सिद्दीकी, पार्षद प्रतिनिधि मुहम्मद शमीम अंसारी, नवेद आलम, मुहम्मद आजम, शैलेन्द्र राम त्रिपाठी एवं अल्ताफ आलम सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।
गोरखपुर, (उ.प्र.)-डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सद्भावना समिति के तत्वावधान में रविवार को संगोष्ठी का आयोजन किया। बक्शीपुर स्थित इण्डियन गेस्ट हाउस में डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के मौके पर वक्ताओं ने ‘आज के परिवेश में मिसाइलमैन डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की प्रासंगिता पर प्रकाश' डाला। वक्ताओं ने कहा डा0 कलाम के विचार और वह खुद कालजयी हैं। डा0 कलाम युगों-युगों तक सभी की स्मृतियों में अपने कृति व्यक्तित्व के जरिये विद्यमान रहेंगे।
बतौर मुख्य अतिथि पूर्व महापौर गोरखपुर डा0 सत्या पाण्डेय ने श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए भावुक वक्तव्य दिया। एक गरीब परिवार में जन्में डा0 कलाम को महामानव करार दिया। माता-पिता के साथ देश के लिए उनका प्रेम और राष्ट्रीय भावना अतुलनीय रहा। युवाओं के लिए डा0 कलाम सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डा0 सुधाकर पाण्डेय ने कहा कि डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सच्चे अर्थों में राष्ट्रभक्त थे। अपने कर्म के जरिये उन्होंने भारत की पहचान और शक्ति से विश्व पटल पर पुन्रस्थापित किया। हम सभी के लिए वो सदैव मिसाल बने रहेंगे।
पूर्व पार्षद हाजी तहव्वर हुसैन एवं प्रखर विकास के सम्पादक विजय कुमार उपाध्याय ने कहा कि डा0 एपीजे अब्दुल कलाम ने पहले बोला नहीं, करके दिखाया। आज लोग करने से पहले बोल देते हैं और उसे पूरा करने की कोशिश तक नहीं करते। कथनी करनी में भेद खत्म कर डा0 कलाम के विचारो से प्रेरणा लेनी चाहिए। वह कालजयी हैं, विचार उनके सदैव प्रासंगिक रहेंगे।
इस अवसर पर अब्दुल्लाह, सैयद इरशाद अहदम, हाजी कलीम अहमद फरजंद, शकील अहमद अंसारी, संजय कुमार पहलवान, आदिल अमीन, अखिल देव त्रिपाठी, शमशाद आलम, जसपाल सिंह, सुधीर कुमार झा, सुभांगी भारत, शाहिन शेख, गौरव शर्मा, ई. मिन्नातुल्लाह ने भी डा0 एपीजे अब्दुल कलाम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम में अतिथियों को बैच लगाकर स्वागत किया गया, वही डा0 एपीजे अब्दुल कलाम सद्भावना समिति की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया तथा डा0 एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित की गयी। कार्यक्रम के अंत में समिति के संस्थापक मुर्तजा हुसैन रहमानी, हरेन्द्र शाह, आफताब हाशमी एवं धर्मेन्द्र कुमार प्रजापति ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन फर्रूख जमाल ने किया।
इस अवसर पर जमील अहमद, वकील अहमद, सेराज अहमद कुरैशी, महफूजुर्रहमान, कमरूद्दीन अहमद कम्मू, मुहम्मद अनीस अहमद एडवोकेट, राजेन्द्र मिश्रा, फिरोज, मो0 आरिफ, मो0 शमीम, अमित गुप्ता, रेहान अहमद, सज्जाद अली रहमानी, आफताब अहमद, मु0 तकसीम, परवेश दूबे, वैभव सिंह राज, शफी अंसारी, प्रभाकार सिंह रितेश, सुमित रावत, शिवेन्द्र रवि, अलीयावर, नवनीत कुमार यादव, आशु खान, नरेन्द्र, आसिम युसूफ अली, शादात खान, वसीम अहमद, मिनहाज अली, शकील अहमद, नसीम सिद्दीकी, पार्षद प्रतिनिधि मुहम्मद शमीम अंसारी, नवेद आलम, मुहम्मद आजम, शैलेन्द्र राम त्रिपाठी एवं अल्ताफ आलम सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।
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