सिकंदरपुर (बलिया)। बस स्टेशन चौराहे से थाना पर जाने वाली नहर मार्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. हल्की सी बारिश होने पर भी उस मार्ग पर चलना दूभर हो जाता है. वहीं किनारे पर बसे हुए लोगों के को नारकीय जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है. यद्यपि कि उस मार्ग पर चार विद्यालय स्थित है, जिसमें पढ़ने आने जाने वाले छात्र-छात्राओं सहित अध्यापक अध्यापिकाओं को भी बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
कभी-कभी तो कीचड़ भरे मार्ग से स्कूल से वापस लौट रहे यह स्कूल जा रहे छात्र छात्राएं फिसल कर नहर में भी गिर जा रहे हैं, फिर भी इसका किसी भी शासनिक प्रशासनिक अमला पर थोड़ा भी प्रभाव नहीं पड़ रहा है. वही कीचड़ से उठ रहे बदबू से दुकानदारों तथा घरों में रह रहे लोगों का जीना दूभर हो गया है. उस मार्ग के निर्माण के लिए किनारों के बाशिंदों द्वारा कई बार उप जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया मार्ग के कीचड़ में रोपाई तक किया गया, फिर भी अब तक उस मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया. उस मार्ग के किनारे बसे हुए लोगों तथा स्कूल आने जाने वाले छात्र-छात्राओं सहित अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं अभिभावकों में शासन तथा प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त हो गया है. वहीं लोगों का कहना है कि सूबे की सरकार द्वारा 15 जून तक प्रत्येक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का वादा किया गया था, लेकिन वादा पूरा ना होने का प्रमाण नहर मार्ग है, जिसका निर्माण अब तक नहीं हो पाया है।।
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