सिकंदरपुर(बलिया) सिकंदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए आरो प्लांट लगभग 6 महीने बाद भी ठीक नहीं कराया गया। जिससे अस्पताल स्टाफ सहित मरीज व तीमारदार बंद बोतल का पानी पीने को विवश है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर के डॉक्टर व स्टाफ अपने साथ घर से पानी लेकर आते हैं या बाजार से बंद बोतल पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझाते हैं। यही दशा भर्ती मरीजों व तीमारदारों का भी है। उन्हें भी अपनी प्यास बुझाने के लिए बोतल बंद पानी का सहारा लेना पड़ता है। जबकि ऐसा नहीं है कि अस्पताल में आरो मशीन नहीं है, आरो मशीन लगाया गया है। लेकिन वह करीब 6 महीने से अधिक समय से खराब पड़ा हुआ है। शिकायत पर आर ओ का मरम्मत का कार्य प्रारंभ हुआ था। लेकिन बीच में ही कार्य को रोक दिया गया। जिससे इस भीषण गर्मी में पेयजल की समस्या हो रही है। सूत्रों की माने तो अस्पताल में प्रतिदिन चार सौ से अधिक लोगों का आना जाना लगा रहता है। उन्हें जब इस भीषण गर्मी में प्यास लगती है तो बाजार में पानी खरीद कर काम चलाना पड़ता है। अस्पताल में पेयजल की किल्लत के चलते उन गरीब मरीजों को ज्यादा ही परेशानी उठानी पड़ रही है जिनको सिकंदरपुर अस्पताल से कई किलोमीटर दूर से अपना इलाज कराने आना पड़ता है।
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