सिकन्दरपुर (बलिया) श्री वनखण्डीनाथ मठ एवं अद्धैत शिवशक्ति परमधाम पीठ डूहा के अध्यक्ष एवं पूज्य चरण संत सदगुरु स्वामी ईश्वरदास ब्रह्मचारी "मौनी बाबा" के तत्वावधान मे ग्रामसभा कोदई मे सप्त दिवसीय महायज्ञ का आयोजन निर्वाध रूप से चल रहा है, जिसकी पुर्णाहुति 22 मई को सुनिश्चित की गई है।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ बीजापुर से लेकर अनेक प्रदेशों से भक्तों एवं शिष्यों की टोली से यज्ञमण्डप खचाखच भरा हुआ रहता है, साथ ही यज्ञाचार्य पंडित रेवती रमण तिवारी एवं उनके सहयोगी वेदपाठी द्विजों द्वारा मन्त्रों के सुमधुर ध्वनि से सम्पूर्ण वातावरण गुंजीत हो रहा है।
इसी क्रम में शायंकाल 4 वजे से ब्रह्मचारी साधु द्वारा कथा का शुभारंभ होता रहा है,श्री मौनी बाबा ने कथा में कहा कि जिस प्रकार शरीर को चलाने के लिए नासिका की आवश्यकता है ठीक उसी प्रकार सम्पूर्ण संसार को बचाने के लिए यज्ञ की अति आवश्यकता है,जिससे हमारे जीवन में खुशहाली एवं ओजस्विता आए।
श्री मौनी बाबा ने कहा की जिस पर भगवान की असीम कृपा होती हैं वही व्यक्ति महायज्ञ करवाने के लिए सोचता है एवं कराने वाले पर विशेष भगवत कृपा होती है,जो इस तरह का आयोजन विश्व शान्ति एवं सम्पूर्ण जीवधारियों के अभिष्ट की प्राप्ति हेतु दो कदम चलता हैं, जिसका साथ सभी देते हैं, यज्ञशाले में त्रिविध भुमि एवं त्रिविध सृष्टि से युक्त महावेदी (प्रधानवेदी) बनायी जाती हैं, जिसका अवलोकन करने मात्र से ही भव रोगों का समूल नष्ट हो जाता हैं।
श्रीमती कंचन चौबे के कथा पर भी दर्शकों और श्रोताओं ने विशेष रूची दिखायी, कथा मे श्री डब्ल्यू प्रधान,अंजनी सिंह,ओमप्रकाश,छट्ठू गोस्वामी,सत्यराम चौधरी,प्रमोद यादव,बमजी आदि शामिल थे।
बताते चले की इस सप्त दिवसीय महायज्ञ का पुर्णाहुति 22 मई दिन मंगलवार को होगा।
रिपोर्ट-वी.के गुप्ता
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