सिकन्दरपुर/बलिया- स्वर्गीय चंद्रशेखर जी व्यक्ति नहीं विचारक थे शून्य से अनन्त के यात्री थे साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर राजनीति की जिस ऊंचाई को छूने का काम किया विरले ही लोग प्राप्त करते हैं ।
उन्हों नें अपनें विचारों से कभी कोई समझोता नहीं किया । तथा अपने धुन के पक्के थे । उन्होंने अपने राजनीति संबंधों को सबके सामने उजागर करने का काम किया ,विषम परिस्थितियों में देश के प्रधानमंत्री बन कर समस्याओं के निराकरण में अपनी राजनीतिक कौशल का जो परिचय दिया था हम उसके आज भी कायल है ।
प्रधान मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ में गए तो भारतीय संस्कृति की वेशभूषा (धोती कुर्ता) में जाकर संयुक्त राष्ट्र संघ को संबोधित किया ।
तथा अपने संबोधन में लिखित भाषण की परिधि से एक पंक्ति भी बाहर नहीं गए ।
तत्कालीन सहयोगी दल नें अपना समर्थन वापस लिया तो उन्होंने कहा था कि एवरेस्ट पर लोग झंडा गाड़नें के लिए जाते हैं ,घर बसाने के लिए नहीं ।
यह बेबाक टिप्पड़ियां उनकी आचरण को प्रतिविम्बित करती हैं ।
उक्त विचारों को आत्मसात करते हुए समाजसेवी भोला सिंह सदस्य जिला पंचायत ने जननायक व विचारक स्वर्गीय चंद्रशेखर जी की 92 वीं जयन्ती पर डांक बंगला सिकन्दरपुर में 17 अप्रैल 2018 को 11 बजे दिन में एक वीचार गोष्ठी जिसका मुख्य विषय वर्तमान राजनीतिक परिवेश में चन्द्रशेखर के विचारों की प्रासांगिकता है ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मन्त्री राजधारी सिंह होंगे ।
इस अवसर पर भाजपा कार्य कर्ताओं ,नवजवानों तथा उनके अनुयायियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होनें का आग्रह किया है।
रिपोर्ट-इमरान खान
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