सिकन्दरपुर/बलिया- 10 अप्रैल को महात्मा हैनीमैन जयंती को "विश्व होम्योपैथी दिवस" के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय डीवाईन होम्यो क्लीनिक ऐवं रिसर्च सेंटर पर जयंती मनाकर रोगों के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए होम्योपैथी की उपयोगिता पर चर्चा की गई। इस दौरान होम्योपैथी विशेषज्ञ डा. आर्य ने बताया कि पुरानी एवं लाइलाज बीमारियों के इलाज के लिए हैनीमैन के सिद्धांत आज भी उतने ही उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं यद्यपि इसे डाक्टर एवं मरीज द्वारा ईमानदारी से पालन किया जाए। ऐसा करके थाइरोइड, अस्थमा, ब्लड प्रेशर, डायबेटीज, सोरायसिस, आर ए आदि लाइलाज बीमारियों में एलोपैथिक दवाओं पर निर्भरता एवं इसके साइड इफ़ेक्ट से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में डा चंदन यादव, डा आलोक राय, एवं अन्य चिकित्सकों के अलावा स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
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